सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) भारत सरकार की एक सुरक्षित और आकर्षक बचत योजना है, जिसे मुख्य रूप से वृद्ध नागरिकों के लिए बनाया गया है। इस योजना के तहत, एक निश्चित राशि का एक बार निवेश करने पर हर तीन महीने में ब्याज के रूप में धन प्राप्त होता है। सरकार द्वारा संचालित यह योजना पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें पैसे डूबने का कोई खतरा नहीं होता।
अगर आप 60 साल या उससे अधिक उम्र के हैं और अपने रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित आय की तलाश में हैं, तो यह योजना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। इसके अलावा, स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेने वाले 55 वर्ष से अधिक उम्र के सरकारी कर्मचारी और 50 वर्ष से अधिक उम्र के रक्षा कर्मी भी इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
Post Office SCSS Scheme Details
1. कौन कर सकता है निवेश?
- 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक।
- 55 से 60 वर्ष की उम्र के सरकारी कर्मचारी जिन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ली हो (शर्त: सेवानिवृत्ति लाभ मिलने के एक महीने के भीतर निवेश करना होगा)।
- रक्षा सेवाओं से सेवानिवृत्त व्यक्ति जिनकी उम्र 50 वर्ष या उससे अधिक हो।
Post Office SCSS Scheme में कैसे निवेश कर सकते है
इस स्कीम में न्यूनतम निवेश की सीमा ₹1,000 है। वही अधिकतम निवेश की सीमा ₹30 लाख है।(पहले यह सीमा ₹15 लाख थी, लेकिन 2023 के बजट में इसे बढ़ाया गया)। यदि निवेशक 55-60 वर्ष की उम्र के बीच हैं और VRS के तहत पैसा जमा कर रहे हैं, तो निवेश की राशि सेवानिवृत्ति लाभ से अधिक नहीं हो सकती। संयुक्त खाता (Joint Account) खोलने की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन पूरा निवेश पहले निवेशक के नाम पर गिना जाएगा।
Post Office SCSS Scheme में कितना ब्याज मिलता है
वर्तमान में (मार्च 2025 तक) SCSS पर 8.2% प्रति वर्ष ब्याज दिया जा रहा है। ब्याज की गणना हर तिमाही (तीन महीने) में की जाती है और भुगतान 31 मार्च, 30 जून, 30 सितंबर और 31 दिसंबर को किया जाता है। एक बार निवेश करने के बाद ब्याज दर 5 साल तक स्थिर रहती है।
SCSS की अवधि 5 साल होती है, जिसे 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। अगर 5 साल से पहले निवेशक को पैसे की जरूरत पड़ती है, तो वह खाता बंद कर सकता है, लेकिन इसके लिए पेनल्टी देनी होगी। 1 साल बाद और 2 साल से पहले बंद करने पर मूल राशि का 1.5% काट लिया जाएगा। 2 साल के बाद और 5 साल से पहले बंद करने पर 1% की पेनल्टी लगेगी।
निवेशक की मृत्यु की स्थिति में: बिना किसी पेनल्टी के पूरा पैसा नॉमिनी को मिल जाएगा।
कितना निवेश करें जिससे हर महीने आय मिले?
यदि आप चाहते हैं कि हर महीने एक निश्चित राशि ब्याज के रूप में मिले, तो इसके लिए आपको निम्नलिखित निवेश करने होंगे:
निवेश राशि (₹) | तिमाही ब्याज (₹) | मासिक आय (₹) |
---|---|---|
5,00,000 | 10,250 | 3,417 |
10,00,000 | 20,500 | 6,833 |
15,00,000 | 30,750 | 10,250 |
20,00,000 | 41,000 | 13,667 |
25,00,000 | 51,250 | 17,083 |
30,00,000 | 61,500 | 20,500 |
अगर कोई यह दावा करता है कि सिर्फ ₹10 लाख जमा करने पर आपको हर महीने ₹10,000 ब्याज मिलेगा, तो यह पूरी तरह गलत है। सही मायनों में हर महीने ₹10,000 ब्याज प्राप्त करने के लिए आपको कम से कम ₹15 लाख का निवेश करना होगा।
क्या SCSS बैंक एफडी से बेहतर है?
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम की तुलना अगर बैंक एफडी से करें, तो यह ज्यादा फायदेमंद है। बैंक आमतौर पर वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर 6.5% से 7.5% तक ब्याज देते हैं, जबकि SCSS में 8.2% ब्याज मिल रहा है। साथ ही, यह योजना पूरी तरह से सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे इसमें निवेश सुरक्षित रहता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो अपने रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित और सुरक्षित आय चाहते हैं। सरकारी गारंटी, उच्च ब्याज दर और टैक्स बेनिफिट्स इसे एक आकर्षक निवेश योजना बनाते हैं। हालांकि, योजना से पहले आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना चाहिए।
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